मैं आपका बच्चा हूँ माँ - Poem By Larika Shakyawar Poem by Dr. Antony Theodore

मैं आपका बच्चा हूँ माँ - Poem By Larika Shakyawar

Rating: 5.0

मैं आपका बच्चा हूँ माँ - Poem by Larika Shakyawar
मैं आपका बच्चा हूँ माँ
मैं अपने आप नहीं आया था माँ
भगवान के स्वर्गदूत, आपके गर्भ में उछल आए
शक्तिशाली स्वर्ग से
और मुझे अापके पवित्र गर्भ में रखा।

मैं अपने आप नहीं आना चाहता था माँ
भगवान यह चाहते थे।

मैं प्यार की मेरी नई गुफा में बहुत खुश था,
आपके पवित्र गर्भ में
और शांतिपूर्वक वहां सोया
स्वर्गदूतों ने देखा
उन्होंने प्रार्थना की
मुझे हमेशा सुरक्षित रखने के लिए
जब तक मैं पृथ्वी पर पैदा नहीं हो जाऊं।

उन्होंने जन्म के स्वर्गीय गीतों का अभ्यास किया
मेरे जन्मदिन पर, अपनी सुनहरी हार्प पर गाने के लिए।

जब मैं आपके गर्भ में सो रहा था
स्वर्गदूत मेरे पास आते थे
आपको पता नहीं था, मेरी प्यारी माँ।

मैं पैदा होने के लिए खुश था
आपके प्रिय बच्चे के रूप में।

मैं मुस्कुराना चाहता था
मैं गाना चाहता था
मैं खेलना चाहता था
मैं आपके आँचल की छाव में रहना चाहता था
जब तक आप संतुष्ट नहीं हो।
मैं आपके चेहरे पर मुस्कुराहट देखना चाहता था
जब मैं आपके प्यारे आँचल से अपना पेट भरू।

ये आपके गर्भ में मेरे सपने थे, माँ
लेकिन एक क्रूर दिन पर
आपने मुझे मारने का फैसला किया।

हेड्स में शैतान ने
आपके फैसले के बारे में सुना
वे ऊँचे स्वर वाला ड्रम लाए,
शैतान लय में बजाने लगे,
सभी शैतान एक साथ आए,
आए और मंडलियों में नृत्य किया,
कूदे और गाये,
उन्होंने लाइनों में नृत्य किया
उन्होंने मंडलियों में नृत्य किया
उन्होंने पैर की उंगलियों पर नृत्य किया
उन्होंने अपने सिर पर नृत्य किया
वे गीतों की शूरवीर गाते थे
शैतान का ड्रम बजा
पूरा नरक खुश था
कि आपने मुझे मारने का फैसला किया।

आपको पता है मैं कितना रोया था?
आपको पता है कि कितने स्वर्गदूतों ने रोया?
क्या आप जानते हैं कि पूरे स्वर्ग ने कैसे रोया
आपके पवित्र गर्भ में मेरे मृत्यु के दिन?

इससे पहले कि मेरी निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी गई थी,
इससे एक क्षण पहले
मैंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर को असहाय रूप से रोते देखा।

This is a translation of the poem I Am Your Baby Mum by Dr. Antony Theodore

मैं आपका बच्चा हूँ माँ - Poem By Larika Shakyawar
Tuesday, July 25, 2017
Topic(s) of this poem: baby,care,cry,god,love,mother and child ,murder,tears
COMMENTS OF THE POEM
Aniruddha Pathak 27 May 2019

A brilliant translation of an equally rich original. Well done, thanks for sharing.

0 0 Reply
Rajnish Manga 25 July 2017

Thank you Dr. Tony for sharing Larika Shakyawar's Hindi Translation of your poetic masterpiece. I can say that Larika has done a marvelous job. The ethos and emotions of the original poem have nicely been transported in its Hindi version. My thanks to both of you- Dr. Tony and Larika Shakyawar.

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