रिश्ते भी रहेंगे
Monday, January 14,2019
7: 20 AM
नहीं झुकोगे
और नहीं रुकोगे
नहीं पछताओगे
और आगे ही जाओगे।
जूठ तभी सताता है
जब अपनों को रुलाता है
सम्बन्ध में छेद करता है
और खेद प्रगट करता है।
यदि असत्य वचन उम्दा कार्य के लिए हो
तो वो अभिशाप नहीं आशीर्वाद बन जाता है
यदि उसका इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए हो
तो वो नारकी बन जाता है।
जूठ का सहारा तभी लिया जाता है
जब दिल में डर सताता है
एक दूसरे के प्रति अविश्वास पैदा हो जाता है
कटुता का जन्म होता है।
रिश्ते भी रहेंगे
हम मिलते भी रहेंगे
सत्य भी खोजेंगे
और मजे से रहेंगे भी
हसमुख मेहता
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रिश्ते भी रहेंगे हम मिलते भी रहेंगे सत्य भी खोजेंगे और मजे से रहेंगे भी हसमुख मेहता