सब बेहाल
सब बेहाल नहीं होते
हालको सब नहीं बाते
वो कभी नहीं रोते
और कह भी देते है हँसते हँसते।
छोडो हाल कल के लिए
ना पूछो हाल अपनी लत के लिए
सब बोलेंगे 'दाल रोटी मिल जाती है '
बाकी सुख चेन से बसर हो जाती है।
हाल तो हम पैदा करते है
फिर भी वादा करते है
कभी ये नहीं कहते!
सब दिल से ' राम राम ' करते।
कोई बात नहीं
आज नहीं तो कल सही
हाल सुधरेंगे
हम भी उसे अपनाएंगे।
हमारा कभी ना में उत्तर नहीं
सही और गलत में हमारा कोई उत्तर नहीं
हम सिर्फ उस में सुधार करेंगे
अपने सुधरने का एक प्रयास करेंगे।
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हमारा कभी ना में उत्तर नहीं सही और गलत में हमारा कोई उत्तर नहीं हम सिर्फ उस में सुधार करेंगे अपने सुधरने का एक प्रयास करेंगे।