सही रास्ता
अपने आपको परखो
जहर को चखने की ख्वाइश मत रखो
आप सच्चे हो सकते है
लेकिन जग तो जूठा है।
आप अपना हक़ अपने पर जताओ
अपनी मंझिल को खुद पहचानो
कोई नहीं रोकता आपके पाँव की रफ़्तार को
करते रहो खोज किरतार की।
लोगो को बताने की जरुरत नहीं
अपने आपको पाक साबित करने की कोई आवश्यकता नहीं
वो तो पता पड सकता है बातें सुनकर
आदमी पहचान लेता है उसका लहजा देखकर।
आप सामर्थ्यवान हो सकते है
इससे लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ता है
हर आदमी अपने स्वार्थ के लिए ही सबकुछ करता है
दिखावा करना सबको आता है।
आप ये कह सकते है
मुझे अंधरे में उझाले दीखते है
वो रास्ता में देख सकती हूँ
जिसकी बदौलत में दुनिया को सही रास्ता दिखा सकती हूँ
ये कहना की 'में सार्थक हूँ' या में पूर्ण हूँ
ये बहुत बड़ी शेखी होगी जो किसी में नहीं
अपनापन दिखाना बहुत बड़ी कला है
बाकि सब छलावा और ओर उपरछला दिखावा है।
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