Tumhin To Laye (Hindi Haiku) तुम्हीं तो लाये Poem by S.D. TIWARI

Tumhin To Laye (Hindi Haiku) तुम्हीं तो लाये

नींद ना आयी
देर रात सुलाने
तुम्हीं तो आये

किरणें भेज
होते भोर जगाने
तुम्हीं तो आये

भूखे थे हम
छींट अन्न खिलाने
तुम्हीं तो आये

लगी जो प्यास
जल ले के पिलाने
तुम्हीं तो आये

नग्न थे हम
तन वस्त्र ओढ़ाने
तुम्हीं तो आये

प्यासी अंखियां
ले के छवि निराली
तुम्हीं तो आये

सूना था मन
बीच प्यार बसाने
तुम्हीं तो आये

वर्षा बसंत
मौसम ये सुहाने
तुम्हीं तो लाये

जलने लगी
पृथ्वी को नहलाने
तुम्हीं तो आये

कांपा ये जग
लिए धूप गर्माने
तुम्हीं तो आये


- एस० डी० तिवारी

Tuesday, October 17, 2017
Topic(s) of this poem: haiku,hindi,spiritual
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