भारत माता की जय कह कर देश भक्त कहलाएंगे
नाम बदल कर देश का अपने स्विटज़रलैड बनाएंगे
अपनी मां की फ़िकर नहीं वह वृध आशरम जाएगी
गौ माता की फ़रज़ी सेवा, करके रक्त बहाएंगे
जिगर का टुकड़ा आंख का तारा, घर में सबका राजदुलारा
सांस की आस लगाए लेटा तड़प तड़प कर मर गया सारा
मां की गोद में खेल रहे बच्चों का जीवन छीन लिया
चिता जलेगी मासूमों की, मौक्छ आैर मुक्ति पाएंगे
खेल मौत का खुल कर खेलो, प्यार पे लग गई पाबन्दी
रोज़गार मिटजानेदो, बाज़ार में होनेदो मन्दी
भक्ति क्या है क्या है सेवा राजधर्म क्या होता है
मसजिद आैर मदरसों की तसवीर में हम दिखलाएंगे
: नादिर हसनैन 'दरभंगवी'
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