अनजान एक ख़याल है कविता|
अनसुनी एक गाथा है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
दिली-तमन्नाओं की पिटारी है कविता|
भोर का पवित्र उजाला है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
डूबते सूरज की ताप है कविता|
टूटता एक तारा है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
मेघ की घनघोर गर्जन है कविता|
रात की निस्तब्धता है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
हरे घांस पर ओ़स की बूँद है कविता|
सृष्टि की संरचना है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
गुडडे-गुडडी की ब्याह है कविता|
लड़कपन के विविध खेल हैं कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
शेहनाई की मंगलध्वनि है कविता|
दो प्रेमिओं का मिलन है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
परमात्मा की सिमरन है कविता|
एक फकीराना अंदाज़ है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
एक फौजी के देश-प्रेम है कविता|
कुछ कर दिखने की जिद्द है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
टूटते सपनों की व्यथा है कविता|
कुछ पाकर खोने का दुःख है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
बिछड़ते दोस्तों का गम है कविता|
एक उदास अकेलापन है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
जावन का सार है कविता|
एक नई आशा है कविता|
फिर भी...
अनामिका है कविता|
आखिर क्या है ये कविता?
खों सब होने के बावज़ूद भी,
कुछ भी नहीं है कविता?
अनामिका क्यों है कविता?
कविता एक भाव है, एक अंदाज़ है
एक एहसास है कविता|
अपनी आशाओं को, तमन्नाओं को
बयां करना है कविता|
एक ही शब्द में,
अनेकों अर्थ है कविता|
हर एक व्यक्ति के लिए,
अलग व्याख्या है कविता|
देखने का नज़रिया है अलग|
समझने का सलीका है अलग|
इसलिए हर पाठक के लिए,
अनामिका है कविता|
~ वशिता मूंधढ़ा
१७/०१/२०१२
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देखने का नज़रिया है अलग| समझने का सलीका है अलग| इसलिए हर पाठक के लिए, अनामिका है कविता|...Like a nameless relation ship with a lot of love and beauty poetry is also nameless.