के सिवा कुछ न मिला..... Poem by M. Asim Nehal

के सिवा कुछ न मिला.....

Rating: 5.0

चलते रहे हम बचा कर दामन को इन कांटो से
फूल मिला और ख़ुश्बू के सिवा कुछ न मिला

अँधियों से बच कर दीपक को जलाये रखा हमने
कुछ रौशनी और फिर भुझी हुई बाती के सिवा कुछ न मिला

ख़ुशी के पल संजोह कर रखना चाहा सदा हमने
थोड़ी हंसी और फिर आंसुओं के सिवा कुछ न मिला

बेवजह जिस्म को सजाते रहे हम रूह गर्दनी किया
थोड़ी तवज्जो और फिर ख़ाक के सिवा कुछ न मिला

Tuesday, May 24, 2022
Topic(s) of this poem: ghazal
COMMENTS OF THE POEM
READ THIS POEM IN OTHER LANGUAGES
Close
Error Success