बाकी बस आहे भरना
ओ प्रिये
अब कैसे जीये
अब तक थे बोज ढोये
दिल से कभी ना भूल पाएं.
तुम रहो ना दुर हम से
हम डूब जायेंगे गम से
जुबान ये सब केह ना पाएगी
सहमी सहमी बस रेह जायेगी।
करो ना दूर से हवा में बातें
हम तो बस युही है गभराते
हुजूरी करते बस युही चलते चलते
बस बाकी भी चले जाएंगे युही जलते जलते।
एक ही था बस मेरा ठिकाना
समज बैठा में मेरा आशियाना
अब तू ही कर देना मना
काम रह जायेगा बाकी बस आहे भरना।
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एक ही था बस मेरा ठिकाना समज बैठा में मेरा आशियाना अब तू ही कर देना मना काम रह जायेगा बाकी बस आहे भरना।