जीवन सफल होगा Jivan Poem by Mehta Hasmukh Amathaal

जीवन सफल होगा Jivan

जीवन सफल होगा

हर किसी को प्रेम की भूख यहाँ
किस को हर तरह का सुख यहां
सब को इनतेज़ार है उस पलका
बस सहायता वाला हाथ मिल जाय उनका।

प्रेम के बिना संसार बेसुरा
किसका होगा आपको आसरा?
ये बंधन ही तो है एक सीडी सरीखा
जो हम सब ने है परखा।

यदि मेरा बस चलता
तो नगर ढिंढोरा फिरता
प्रेम ना करियो कोई
यहाँ कोई किसी का नै।

प्रेम के बिना चारा भी तो नहीं
पशु को भी चाहिए प्रेम यहीं
हम तो ठहरे इंसान
क्या इतना सफर है कठिन?

ना हो इतने बेउम्मीद
बस जलता रखो उम्मीद का दीपक
प्रेम जरूर मिलेगा उजाला भी होगा
जीवन सफल होगा और प्रेममय रहेगा।

जीवन सफल होगा Jivan
Sunday, February 12, 2017
Topic(s) of this poem: poem
COMMENTS OF THE POEM
Mehta Hasmukh Amathalal 12 February 2017

ना हो इतने बेउम्मीद बस जलता रखो उम्मीद का दीपक प्रेम जरूर मिलेगा उजाला भी होगा जीवन सफल होगा और प्रेममय रहेगा।

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Mehta Hasmukh Amathalal 12 February 2017

ना हो इतने बेउम्मीद बस जलता रखो उम्मीद का दीपक प्रेम जरूर मिलेगा उजाला भी होगा जीवन सफल होगा और प्रेममय रहेगा।

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Mehta Hasmukh Amathaal

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Vadali, Dist: - sabarkantha, Gujarat, India
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