Nav Varsh - नव वर्ष Poem by Abhaya Sharma

Nav Varsh - नव वर्ष

नये वर्ष की सबसे पहले
तुमको आज बधाई
जीवन सुखमय हो सबका
बस इतना कहता भाई

भेद भाव मन में मत रखना
तुम जग में पाओ बड़ाई
जीवन से जीवन हो प्रेरित
देता मन आज दुहाई

भले बुरे जग में सब हैं
क्या हिंदु सिख ईसाई
मेरी मानो बात जगत में
मत तुम बनो कसाई

काम दूसरों के आना ही
बहुत बड़ी सच्चाई
देश की सीमाओं को लांघ
हम फैला दें अच्छाई

इस जग में न कोई देव है
जो कर सके भलाई
इनसे बढ़कर धरती पर
है प्रीत ने जीत दिलाई

दुनिया छोटी सी है यह
दिल में मेरे समाई
नये वर्ष के शुभ अवसर पर
सभी को बारंबार बधाई ।

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Realistic Philosophical
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Abhaya Sharma

Abhaya Sharma

Bijnor, UP, India
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