बचपन तेरी यादें जब भी आती हैं
फिर उसी सुकून को याद दिलाती हैं
वो स्कूल के बाद खेलने की तैयारी
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मिले होंगे कई रास्ते ज़िंदगी में तुम्हें
मंजिल तक जो पहुंचाये वो रास्ता हूं मैं
बिताया होगा तुमने ज़माना किसी के साथ
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तुम साथ हो मेरे या साथ हो नहीं
बातें जो सच हैं उन्हें छुपा रहा हूं मैं
तुम मुझे देखो या देखो नहीं
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जब तुम मिलोगी
मैं तुम्हें कई बात बताऊंगा
हमारे बीते हुए सभी लम्हों को याद दिलाऊंगा
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