Manish Solanki Poems

Hit Title Date Added
1.
तेरे बिना/Tere Bina

श्वेत शंखिनी चंद्रवदन ये
जननी लाख विचारों की
व्यक्त नहीं कर सकता तुझसे
मन का अंतरद्वन्द सखे।
...

3.
वासना की उपासना

करूँ वासना की उपासना,
और करूँ उसका सम्मान;
रहूँ मैं उसकी छात्र-छाया में,
हर पल उसके भक्त समान;
...

4.
मन-भंवरा

बहारें हुस्न की आयी
बारिशे इश्क लाने को,
हुआ मजबूर मन-भंवरा
हवस के गीत गाने को;
...

5.

तेरी गली मेरी गली एक ही गली तो है,

तोड़ो चाहे दिल मुलाकात निश्चित है,
...

Close
Error Success