एे ताज
तेरी हस्ती क्या है
तेरी आहतों में
ये गूँजती
आह किनकी हैं
उनकी
जिन्होंने तुझे
ख्वाबों में सजाया
नीन्दों में सँवारा
हाथों से बनाया
उँगलियों से तराशा
अपनी ज़िंदगी के कईं बरस
तुझ पर लुटाए
मगर तूने
और तुझको बनाने वाले ने
सरे आम
उन मज़लूम
तुझको दुनिया कि निगाहों में लाने वालों के
हाथ बड़ी बेरहमी से कटवाए
तमाम दुनिया की नज़रों में
तु संगमरमर है सुफ़ैद माना
मगर तुझसे उन मासूम कारीगरों के ख़ू़न की
बू ज़रूर आती है
उनके प्यारों के रोने की
दर्द भरी सदा आती है
इसी लिए ही शायद
रातों में तू वीरान है
तन्हा है अकेलेपन से घिरा हुआ
रंग भी अब लगा है पड़ने फीका
शायद कुछ बरस बाद
तेरा रंग असली
लिपटा हुआ है जो लहू से उन
बद्किस्मत मासूम कारीगरों की दास्तान
सामने सारी दुनिया के किसी रोज़ सुनाए जाएँ
अरसों बाद ही सही
उनकी सदा जहाँन सारा सुन सके
मोहब्बत की निशानी का सच सामने दुनिया के आ सके
जो लोग ताज को मुहब्बत की निशानी समझते हैं वो ये भी जान लेंगे इस कविता को पढ़ लेने के बाद, वो लहू, वो आंसू जो कहीं लुप्त जो हो गए थे, उजागर हुए हैं इस कविता के बाद, इस दिल को झंझोड़ने वाली कविता के लिए मै आपको बधाई और धन्यवाद देता हूँ.
कवि ने बेहद संवेदनशीलता के साथ ताज महल से जुड़ी एक किंवदंती को आधार बना कर मुहब्बत के इस अज़ीम शाहकार का दुखांत चित्रण किया है. बहुत खूब.
बद्किस्मत मासूम कारीगरों की दास्तान सामने सारी दुनिया के किसी रोज़ सुनाए जाएँ अरसों बाद ही सही उनकी सदा जहाँन सारा सुन सके .... great job after a lot of time mam liked it........... don't think any body would ever have described TAZ in that view point...... saalam aye mohabbat.....
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I am sorry Abhilasha, all the famous historians have denied that those who built Tajmahal, their hands were cut. Tajmahal is the most beautiful building of the world and proud of India. I have no doubts that in the words of Oscar Wild it's a pearl of love.