न सितारों से न नुजुमी से अपना निर्णय लेता हूँ Poem by M. Asim Nehal

न सितारों से न नुजुमी से अपना निर्णय लेता हूँ

Rating: 4.6

न सितारों से न नुजुमी से अपना निर्णय लेता हूँ
फिर भी अपने आप को खगोल वैज्ञानिक समझता हूँ
और न ही अच्छे या बुरे भाग्य के बारे में बताने के लिए
और न ही बीमारी, मौसम या कमी जानने के लिए
न ही भाग्य की छोटी छोटी जानकारी के लिए
कि कब बादल गरजेंगे, कब बारिश होगी या हवा चलेगी
या फिर सब कुछ ठीक ठाक चलेगा
न की भविष्वाणी करते हुए की स्वाग में क्या मिलेगा
लेकिनतुम्हारी आँखों से मैंने ये ज्ञान प्राप्त किया है
जैसेकुछ चमते सितारों से मैंने एक कला सीखी
कि सच्चाई और खुबसूरती संग संग चले है
और यदि आप खुद बदलना चाहते हो या फिर
खुद अपना भविष्य लिखना चाहते हो
तो आपका अंत सत्य और सौंदर्यसे लिखा जायेगा

Tuesday, October 9, 2018
Topic(s) of this poem: astronomy
COMMENTS OF THE POEM
Akhtar Jawad 01 October 2020

और यदि आप खुद बदलना चाहते हो या फिर खुद अपना भविष्य लिखना चाहते हो तो आपका अंत सत्य और सौंदर्यसे लिखा जायेगा Great thoughts, a nice translation.

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Kumarmani Mahakul 09 October 2018

Wind blows and we get information about life and rain. This astronomical poem is based on deep thought and excellently presented...10

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