प्रेम है सोना Poem by Raj Rathod

प्रेम है सोना

प्रेम है सोना, प्रेम है सोना
कभी पाना कभी खोना

जिस्म की मिट्टी है, जीवन का जल है
आज की चाहत है, बिता हुआ कल है
दिन की है हसरत, रातों का रोना
प्रेम है सोना, प्रेम है सोना
कभी हैपाना कभी हैखोना

दो पल की खुशियां, पल-पल का दुःख है
यादों के सफर मेंकुछ पल का सुख है
दिल की एक चाहत सिर्फ उसी का होना,
प्रेम है सोना, प्रेम है सोना
कभी हैपाना कभी हैखोना

Thursday, November 15, 2018
Topic(s) of this poem: hindi,love and life
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Raj Rathod

Raj Rathod

Khargone, India
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