एक बार आ जाओ Poem by M. Asim Nehal

एक बार आ जाओ

Rating: 3.7

खुशी जो मिलती थी बस किसी के आ जाने से
जाने किस की नज़र लग गयी उसको
नहीं माँगा था कोई वादा
और न कोई तमन्ना की
जाने क्या महसूस किया उसने
और न जाने क्या खता हुई
ठीक है मत आना फिर तुम यहाँ
बस इतना बता जाना
की क्या मिल रहा है तुम्हे
मेरा दिल दुखने में........

Saturday, February 2, 2019
Topic(s) of this poem: life,love and friendship
COMMENTS OF THE POEM
Akhtar Jawad 30 October 2020

बस इतना बता जाना की क्या मिल रहा है तुम्हे मेरा दिल दुखने में........

0 0 Reply
Deepak S S 28 July 2020

Ek khoobsurat nazm. Bahut badiya

0 0 Reply
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