ख्वाब देखो हक़ीक़त में बदलो इसे, //Hindi Poem by Aftab Alam

ख्वाब देखो हक़ीक़त में बदलो इसे, //Hindi

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ख्वाब देखो हक़ीक़त में बदलो इसे,
ख्वाब, ख्वाब ना रह जाए, रखना ख्याल,
पक्षी बनो तो पंख पैदा करो,
उड़ ना पाओ तो दिल से करना मलाल,

उमंग भरो छू लो अपनी आकाश,
रोशनी की करो तुम हमेशा तलाश,
जलते रहो दिलों में दीये की तरह,
देखे दुनिया तुम्हारा चमकता जमाल,
ख्वाब देखो हक़ीक़त में बदलो इसे,
ख्वाब, ख्वाब ना रह जाए, रखना ख्याल,
पक्षी बनो तो पंख पैदा करो,
उड़ ना पाओ तो दिल से करना मलाल,

आग सीने में भरने की कोशिश करो,
नहीं ज़माने से तुम, खुद से डरो, ,
बस आगे बढ़ो, बस आगे बढ़ो,
दिखा दो ज़माने को अपना कमाल,
ख्वाब देखो हक़ीक़त में बदलो इसे,
ख्वाब, ख्वाब ना रह जाए, रखना ख्याल,
पक्षी बनो तो पंख पैदा करो,
उड़ ना पाओ तो दिल से करना मलाल,

ये सुंदर सी बगिया है किसके लिए?
बिन तुम्हारे जीए, तो कैसे जीए? ,
तुम्हारी आँखो की चमक में ना कभी धूल हो,
तुम्हारे गालो पर खुशियाँ का हो बस गुलाल,
ख्वाब देखो हक़ीक़त में बदलो इसे,
ख्वाब, ख्वाब ना रह जाए, रखना ख्याल,
पक्षी बनो तो पंख पैदा करो,
उड़ ना पाओ तो दिल से करना मलाल,

Saturday, September 13, 2014
Topic(s) of this poem: motivation
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Aftab Alam

Aftab Alam

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