अंतिम Poem by lucy Bisht

अंतिम

है अंतिम राग गाना कब
अंतिम मोल चुकाना अब?

क्या अंतिम असल अंत होगा
अंत में होना क्या सार्थक होगा।

अंत किसने कब देखा है
अंत से कब क्या किसने कहा है।

अंत कब कहाँ, किसे पता
युँ वो काल कल में बसा!

अंत अंत में है, ये, कैसे पता
जिसे पता, उसका कहाँ पता।

यूँ अंत करना अब, क्या सरल होगा
अंत का अंत करना, क्या असल अंत होगा।

POET'S NOTES ABOUT THE POEM
Thinking about अंत and this came out🧐🤫
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