Paa Geet - पॉ गीत Poem by Abhaya Sharma

Paa Geet - पॉ गीत

पॉ में जो अभिनय देखा तुम्हारा
लगता था फिर से मैं देखूं दोबारा
अभिनय नही एक जीवन जिया था
जीवन को तुमने नया रंग दिया था
नया रंग दिया था

देखा नही और सुना भी नही था
अभिनय अभी तक न देखा कहीं था
मुझे याद आते है सारे नज़ारे
जैसे गगन के हो तुम चांद तारे
तुम चांद ता

रे पॉ में जो अभिनय था देखा तुम्हारा
लगता था फिर से मैं देखूं दोबारा

ऑरो के प्रति यह गीत इस गाने की धुन पर सजाने की कोशिश की है - (जो प्यार तुमने मुझको दिया था..) अभय शर्मा (8 दिसंबर 2011)

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Abhaya Sharma

Abhaya Sharma

Bijnor, UP, India
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