Ajay Amitabh Suman

Ajay Amitabh Suman Poems

You may
hold her,
Hug her,
Kiss her,
...

Once in a while
in a beautiful plain,
When I was roaming
Then It has happened.
...

चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राज गुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, खुदी राम बोस, मंगल पांडे इत्यादि अनगिनत वीरों ने स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में हंसते हंसते अपनी जान को कुर्बान कर दिया। परंतु ये देश ऐसे महान सपूतों के प्रति कितना संवेदनशील है आज। स्वतंत्रता की बेदी पर हँसते हँसते अपनी जान न्यौछावर करने वाले इन शहीदों को अपनी गुमनामी पर पछताने के सिवा क्या मिल रहा है इस देश से? शहीदों के प्रति उदासीन रवैये को दॄष्टिगोचित करती हुई प्रस्तुत है मेरी कविता 'अफसोस शहीदों का'।

अफसोस शहीदों का
...

While living in Berlin
I dream forSanghai,
when crossing the river,
Never sail, tempted to fly.
...

Sipping the Coffee and, talking on phone,
Boy is slowly itching his cheekbone.
Never in morning, he preferred a Walk,
Reading his Message, on Whatsapp and chat.
...

With Goal in the mind
you focus your card,
Forgetting days nights
and working so hard,
...

मेरे गाँव में होने लगा है,
शामिल थोड़ा शहर,
फ़िज़ा में बढ़ता धुँआ है,
और थोड़ा सा जहर।
...

================
उम्र चारसौ श्यामलकाया
शौर्योगर्वित उज्ज्वल भाल,
आपाद मस्तक दुग्ध दृश्य
...

=======
मेरे गाँव में होने लगा है
शामिल थोड़ा शहर,
फ़िज़ा में बढ़ता धुँआ है
...

===================
दुर्योधन कब मिट पाया: भाग-38
===================
कौरव सेना को एक विशाल बरगद सदृश्य रक्षण प्रदान करने वाले गुरु द्रोणाचार्य का जब छल से वध कर दिया गया तब कौरवों की सेना में निराशा का भाव छा गया। कौरव पक्ष के महारथियों के पाँव रण क्षेत्र से उखड़ चले। उस क्षण किसी भी महारथी में युद्ध के मैदान में टिके रहने की क्षमता नहीं रह गई थी । शल्य, कृतवर्मा, कृपाचार्य, शकुनि और स्वयं दुर्योधन आदि भी भयग्रस्त हो युद्ध भूमि छोड़कर भाग खड़े हुए। सबसे आश्चर्य की बात तो ये थी कि महारथी कर्ण भी युद्ध का मैदान छोड़ कर भाग खड़ा हुआ।
...

वर्तमान से वक्त बचा लो
तुम निज के निर्माण में
[प्रथम भाग]
==========
...

=====
क्या रखा है वक्त गँवाने
औरों के आख्यान में,
वर्तमान से वक्त बचा लो
...

======
तेरी पर चलती रहे दुकान,
मान गए भई पलटू राम।
======
...

==============
क्या रखा है वक्त गँवाने
औरों के आख्यान में,
वर्तमान से वक्त बचा लो
...

======
क्या रखा है वक्त गँवाने
औरों के आख्यान में,
वर्तमान से वक्त बचा लो
...

=====
क्षुधा प्यास में रत मानव को,
हम भगवान बताएं कैसे?
परम तत्व बसते सब नर में,
...

=====
ये पूजा ये गायन क्या है,
ईश्वर का गीतायन क्या है?
अहम आदि का भान कहीं है,
...

खबर का मुख्य उद्देश्य समाज में विश्वास, आस्था और भाईचारे की नींव को मजबूत करना होता है ना रोष, नफरत और दहशत की अग्नि को फैलाना । परंतु क्या वर्तमान समय में पत्रकारिता के संदर्भ यही बात कही जा सकती है? यदि कोई हादसा, घटना या दुर्घटना समाज के बड़े तबके में सनसनी पैदा करने में सक्षम नहीं है तब भी क्या वो आजकल अखबार में छप जाने के काबिल हो सकती है? पत्रकारिता का ध्येय येन केन प्रकारेण स्वयं के उत्थान के लिए चटपटी खबरें बनाना और फैलाना नहीं अपितु राष्ट्र के हित में कटु सत्य को सामने लाना है होता है जो कि वर्तमान समय में लगभग लुप्तप्राय हीं है। नकारात्मक पत्रकारिता पर व्ययंगात्मक रूप से चोट पहुंचाती हुई प्रस्तुत है मेरी कविता 'खबर हादसे की'।

ना माथे पर शिकन कोई,
ना रूह में कोई भय है,
...

=====
As the new year
approaches with glee,
We must remember
...

Once husband & wife,
decided to toss,
You are my boss or
Am I your boss?
...

Ajay Amitabh Suman Biography

ADVOCATE, DELHI HIGH COURT, INDIA, AUTHOR AND POET THE VOID OF SKY, TRAPPED IN HUMAN GATE, A POET BY HEART, BY PASSION ADVOCATE.)

The Best Poem Of Ajay Amitabh Suman

The Heart Of A Woman

You may
hold her,
Hug her,
Kiss her,
Smooch her,
Press her waist,
Even undress her,
You may touch
Her bare neck,
Bare Breast,
Bare thigh,
Bare back,
Bare body,
You may know
Everything about her,
But untill you know
her heart,
You know
nothing.



Ajay Amitabh Suman
All.Rights Reserved

Ajay Amitabh Suman Comments

Ajay Amitabh Suman Popularity

Ajay Amitabh Suman Popularity

Close
Error Success