आओ बातें कर ले Poem by M. Asim Nehal

आओ बातें कर ले

Rating: 5.0

रात की आँखों में सियाही न जमने पाये
सुबह की महती खुशबू न थमने पाये
थोड़ी देर साँसों की रवानी करले
आओ बातें कर ले!

जो ग़ुबार दिल में दफ़न है वह निकल ही जाये
पाओं की बेड़ियां आज खुल ही जाये
मौका फिर ये मिले या न मिले
आओ बातें कर ले!

कुछ तुम अपनी कहना कुछ तुम हमारी सुनना
एक नयी बात नयी सोच सुहानी कर ले
रह गयी बात जो वो पुरानी कर ले
आओ बातें कर ले मुलाक़ातें कर ले!

रस्मो रिवाज की ज़ंजीरों से परे
आओ हम तुम कहीं ख्वाबों में मिले
कर ले दूर आज शिकवे और गिले
इन बूढी सोच में जवानी भर ले
आओ बातें कर ले!

Thursday, October 15, 2020
Topic(s) of this poem: conversation
COMMENTS OF THE POEM
Varsha M 15 October 2020

Umda ghazal. रस्मो रिवाज की ज़ंजीरों से परे आओ हम तुम कहीं ख्वाबों में मिले कर ले दूर आज शिकवे और गिले इन बूढी सोच में जवानी भर ले आओ बातें कर ले! ..... lovely ending. Thanks Sir.

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Sharad Bhatia 15 October 2020

बहुत लाजवाब ग़ज़ल आओ बैठे कुछ देर सिर्फ कुछ देर, . बातें करे, कुछ देर सिर्फ कुछ देर ।। उन लम्हों को याद कर जाये, जो तेरे मेरे दरम्यान थे, कुछ देर, सिर्फ कुछ देर।। जो तुझे मुझे सकूं दे जाये, कुछ देर सिर्फ कुछ देर । आभार आपका जो आपने इतनी बेहतरीन ग़ज़ल के द्वारा हम सबको मंत्र मुग्ध कर दिया और हमारी पुरानी यादों को ताजा कर दिया बेहतरीन, बेहतरीन बहुत बेहतरीन 1000****++

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Kumarmani Mahakul 17 October 2020

Let not to stop the fragrant wind at night and let flowers to bloom at each moment. Let love glow with light of hope and joy. Let us talks something valuable about. A brilliant poem is excellently penned..5 stars..

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Mamta S 16 October 2020

फुर्सत के लम्हे मिलकर गुजार दे संग संग चाहत को और हवा दे जीवन में पल ढूंढे से कहां मिलते हैं आओ कुछ वक्त गुजार दें सच्चाई यह है कि तुम भी व्यस्त रहते हो सच्चाई यह है कि हमें भी कहां वक्त हैं फिर भी कुछ पल एक दूजे के लिए आओ हम संग संग गुजार दें

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Poetic Sky 16 October 2020

रस्मो रिवाज की ज़ंजीरों से परे आओ हम तुम कहीं ख्वाबों में मिले कर ले दूर आज शिकवे और गिले इन बूढी सोच में जवानी भर ले आओ बातें कर ले!

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Kumarmani Mahakul 15 October 2020

Night cannot screen the vision and day cannot stop the brightness. Love can meet love in reality and also in dream. There should be broad vision always in living. This poem is very amazing and excellently penned...5 stars..

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Deepak S S 15 October 2020

Wah wah कुछ तुम अपनी कहना कुछ तुम हमारी सुनना एक नयी बात नयी सोच सुहानी कर ले रह गयी बात जो वो पुरानी कर ले आओ बातें कर ले मुलाक़ातें कर ले!

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