एक अंत या एक प्रयास Poem by Sharad Bhatia

एक अंत या एक प्रयास

Rating: 4.9

एक अंत या एक प्रयास


ऐ जिंदगी बता मुझे मरने के लिए क्या करना है,
क्या तेरे आगे झुकना है?

जानता हूँ, तू इतनी जल्दी मरने नहीं देगी, ।
और दुनिया मुझे जीने नहीं।।

अब बता क्या करूँ,
अपने मरने की दरख्वास्त तुझसे कैसे बयां करूँ।।

जानता हूँ तू बड़ी हसीन हैं
और अनुभवों से भरपूर है..

फिर भी तू बहुत ज़ालिम हैं
बात - बात पर दर्द देतीं हैं

कुछ पुराने घावों पर मरहम की जगह चोट देती है
पर अब मैं ये दर्द सहने की शक्ति खो चुका हूँ
इसलिये मरने से दोस्ती कर चुका हूँ

अलविदा मेरी प्यारी जिंदगी
तुझे मुबारक हो, एक और...



अब जिंदगी क्या कहती सुनो

मैं जिंदगी हूँ, बड़ी प्यारी हूँ,
कर मुझसे दोस्ती मैं बड़ी दुलारी हूँ

हैं, मेरे अन्दर अथक अनुभव
कर तू भी उसका अनुभव
चढ़ कर एक - एक सीढ़ी
ले हर सीढ़ी का अनुभव

खूबसूरत जिंदगी तब मज़ा आएगा
जब तुझे हर सीढ़ी का अनुभव हो जायेगा
मत घबरा, मत हार कर ले थोड़ा सा तू प्रयास

फिर देख जिंदगी कैसे गुनगुनाये
तेरे पास दौड़ी - दौड़ी आये
बन तेरी गुलाम तेरे कदमो मे गिर जाये
तू जैसा कहे, वैसा करती जाये.

माना सबका होना है एक दिन अंत
पर तू तो बिना प्रयास किये ही हार गया
हुई 84 लाख योनियों के बाद इतने सुन्दर रूप की उत्पत्ति
मत कर इतने सुन्दर रूप की दुर्गति
यह जिंदगी करती तुझसे बहुत आस
मत हो तू उदास
बस कर एक छोटा सा प्रयास

जिसे तुम अंत यानी "The " END" मानते हो
वो END नहीं हैं वो हैं "Efforts Never Die"
"प्रयास कभी नहीं मरता /विफल होता

Friday, August 21, 2020
Topic(s) of this poem: positiveness,inspiration,motivation
POET'S NOTES ABOUT THE POEM
This poem is for those people who always think wrong about life and never enjoy beautiful life
COMMENTS OF THE POEM
Rajnish Manga 23 August 2020

जिंदगी के श्वेत-श्याम पन्नों पर लिखी कहानी दुखदाई भी है रोचक भी है. थक कर जो हार मान लेते हैं उनके लिए भी जिंदगी अपने दरवाजे बंद नहीं करती बल्कि हज़ार तरीके से समझाती है. एक कोटेशन: " When one door of happiness closes, another opens; but often we look so long at the closed door that we do not see the one which has been opened for us." (Helen Keller)

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M Asim Nehal 21 August 2020

Bahut khoob.... Zindagi zinda dilli ka naam hai, darr ke nahi lad ke jeene me hi - Jiwan ka paigham hai. Really inspiring conversation. I liked the flow and the feelings.10++++

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Varsha M 21 August 2020

Bahut aachi ppankiyan hai. Respect life, it yields more than what we ever dream. Just keep moving. Bahut khoob. Dhanyawad.

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Aarzoo Mehek 21 August 2020

ज़िन्दगी हर कदम इक नई जंग है। यही गीत मन में आया जब पढ़ा ये कविता। हौसले से भरपूर कविता। खूब लिखा है। १०++

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