Shayaris - Part 3 (In Hindi) Poem by Kavya .

Shayaris - Part 3 (In Hindi)

Rating: 4.3

तन्हाई

1)

तन्हाई हमे ववत का मोल बताती हैं
जुदाई प्यार के दो बोल सिखाती हैं
प्यार और ववत अपनी अपनी जगह हैं
इनका मौल्य जान लो,
ववत में प्यार और प्यार को वक़्त
खुशियों से भरा ज़िंदगी दिला देती हैं!

2)

तन्हाई का आलम बड़ा अजीब होता हैं
भूले भटके सबकी याद दिला देता हैं
पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं
रिश्तों के धागे दोबारा पिरो देता हैं!


ज़िंदगी

3)

ज़िंदगी के इस कष्मकश में
ना जाने बचपन कहा खो दिए हम,
मा का प्यार और उसका आचल क्या गया
सुकून की नींद ना जाने कब सोए हम!

4)

ज़िंदगी ने हमें गुब्बारा बना दिया हैं
कभी बहुत ऊँचा ले जाता हैं
कभी एकदम से नीचे गिरा देता हैं,
खुशी और दौलत की तलाश में
गुब्बारे में हवा भरते चले गये
इसमे अपने पीछे छूट गये
आज ना दौलत रहा ना अपने रहे!

Shayaris - Part 3 (In Hindi)
Tuesday, August 18, 2015
Topic(s) of this poem: life
COMMENTS OF THE POEM
Ajay Kumar Adarsh 26 August 2016

nice lines 10++ तन्हाई का आलम बड़ा अजीब होता हैं भूले भटके सबकी याद दिला देता हैं पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं रिश्तों के धागे दोबारा पिरो देता हैं!

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Rajnish Manga 12 May 2016

ज़िंदगी अपनी रफ़्तार में चलती चली जाती है और इस रफ़्तार में कितना कुछ पीछे छूट जाता है, पता ही नहीं चलता. बहुत सुंदर कविता. धन्यवाद, काव्य जी. कविता की कुछ पंक्तियाँ उद्धरण के रूप में: ज़िंदगी ने हमें गुब्बारा बना दिया हैं / खुशी और दौलत की तलाश में / गुब्बारे में हवा भरते चले गये / इसमे अपने पीछे छूट गये / आज ना दौलत रहा ना अपने रहे!

0 0 Reply
Manonton Dalan 14 December 2015

we all have those feelings we just keep under control and we will be very okay

0 0 Reply
Kavya . 31 December 2015

agree but expressing your feelings only lessens your burden of worry. Thanks for commenting.

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Amitava Sur 28 August 2015

A lovely feeling is expressed here relating loneliness and life, individually.

1 0 Reply
Abdulrazak Aralimatti 18 August 2015

Truly, loneliness teaches us the value of time

1 0 Reply
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