मैं तेरा बच्चा हूँ माँ
मैं खुद से नहीं आया हूँ माँ
भगवान के फरिश्ते उड़ के आए थे कोक में तेरी
दूर मेहरबा जन्नत से कहीं
और चुपके से मुझे सोंप के चले गए थे कोक में तेरी
मैं खुद से नहीं आया हूँ माँ
भगवान की मर्जी का भेजा हुआ हूँ मैं माँ
मैं बहुत खुश था मेरे नए प्यार के पालने में
तेरी पाक कोक के झूले में
और सो रहा था वही, सुकून की लहरों में
फरिश्ते देख रहे थे
इबादत कर रहे थे
मेरी महफूतियत की
इस कायनात में मेरे जन्म की
वे पैदाइश के पाक नगमें गा रहे थे
मेरे मुबारक जन्म पर अपने सुनहरे बाजों पे बजाने को
जब मैं सोया हुआ था कोक में तेरी
फरिश्ते आते थे आहिस्ता से
मेरी प्यारी माँ, ये बात नहीं इल्म में तेरी
मैं खुश था पैदा होने को
तेरा प्यारा अजीज बच्चा बनने को
मैं हंसना चाहता था
गाना चाहता था
मैं खेलना चाहता था
तेरी छाती से दूध पीना चाहता था
जब तक तू खुश ना हो जाए
मैं तेरे चेहरे की मुस्कुराहट देखना चाहता था
जब मैं तेरी छाती से तेरा सारा दूध पी लूँ
तेरी कोक में वो मेरे सपने थे माँ
मगर उस जालिम दिन
तूने मुझे खत्म करने का फैसला कर लिया
हेडस के शैतानों को
तेरे फैसले की खबर लग गई
वो अपने सबसे तेज नगाड़े ले आए
अपनी शैतानी धुन में लगे बजाने
सारे शैतान इकट्ठे हो गए
और गोल गोल लगे नाचने
कूदते हुए गाते हुए
वो कतारों में नाचे
वो गोलों में नाचे
वो पंजों पर नाचे
वो अपने सरों के बल नाचे
वो अपने जंगली गाने गा रहे थे
और नगाड़े ढोल बजा रहे थे
पूरी जहन्नुम खुश थी
कि तुम मेरी साँस रोक रही हो
तुम्हें पता है मैं कितना रोया था?
तुम्हें पता है फरिश्ते कितना रोए थे?
क्या तुम्हें पता है कि पूरी जन्नत कैसे रोई थी
तुम्हारी पाक कोक में मेरी मौत के दिन?
उस आखिरी लम्हें में, मेरी दर्दनाक हत्या से पेहले
मैंने खुद सबसे ताकतवर भगवान को रोते देखा, बेसहारा अकेले