एक दिन का शब्दकोष (Hindi) Poem by Rajnish Manga

एक दिन का शब्दकोष (Hindi)

Rating: 5.0

दस साल से घर के अन्दर
शब्दकोश जो रखा हुआ था
आज अचानक काम आया
बिन मांगे ईनाम मिल गया

एक शब्द था अनचीन्हा सा
शब्दकोश तक मैं जा पहुंचा
पल भर में वो शब्द मिला
तदनंतर ही अर्थ मिल गया
फूलों जैसे हृदय खिल गया

शब्दकोश की कीमत जो थी
ब्याज समेत वसूल हो गयी
भारी भरकम पुस्तक मुझको
ज्यों जूही का फूल हो गयी.

Tuesday, November 24, 2020
Topic(s) of this poem: delight,discovery,hindi,search,word
COMMENTS OF THE POEM
Jagdish Singh Ramána 24 November 2020

बहुत ख़ूबसूरत कविता। वैसे कौनसा शब्द मिल गया, सर! जिसका अर्थ इतना ख़ूबसूरत है और कविता दे गया।

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Varsha M 24 November 2020

Google dictionary has changed the meaning of such dictionary Sir. Indeed olden time every thing seemed meaningful.

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Rajnish Manga 25 November 2020

इस रचना के विषय में आपकी टिप्पणी का स्वागत करता हूँ, वर्षा जी, दरअस्ल, बहुत से शब्द, शब्दार्थ या पर्यायवाची / समानार्थक शब्द इंग्लिश, हिंदी अथवा उर्दू में देखने के लिए कभी कभी अंतर-भाषीय सन्दर्भ की जरुरत पड़ती है जैसे English-Hindi/ Hindi-English/ English-Urdu/ Urdu-English/ Urdu-Hindi/ Devnagari Urdu-Hindi & Thesaurus.10 वर्ष में एक बार उस भौतिक शब्दकोष का इस्तेमाल तो कोई बड़ी बात नहीं है.

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Rajnish Manga 25 November 2020

(2) वैसे Oxford English Mini-dictionary और Collins Gem Dictionary तो मैं जब तब, उठते बैठते रेफेर करता रहता हूँ. उससे न तो ऑनलाइन डिक्शनरी की अहमियत कम होती है न इन printed editions की बढ़ जाती है. दोनों का अपना अपना स्थान, सुख, सुविधा और स्वीकार्यता है. धन्यवाद, वर्षा जी.

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Rajnish Manga 25 November 2020

(1) प्रिय मित्र जगदीश जी. आपने पूछा है कि वह कौन सा शब्द जिसका अर्थ जान्ने के लिए मुझे दस वर्ष बाद किसी डिक्शनरी की जरुरत आन पड़ी. यकीन करें कि यह सन 2016 की बात है और उक्त पंक्तियाँ भी तभी की लिखी हुई हैं. वह शब्द क्या था अब याद नहीं है.

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Mahtab Bangalee 08 December 2020

(____) it seems you words are right that तदनंतर ही अर्थ मिल गया फूलों जैसे हृदय खिल गया शब्दकोश की कीमत जो थी ब्याज समेत वसूल हो गयी भारी भरकम पुस्तक मुझको ज्यों जूही का फूल हो गयी.

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Mahtab Bangalee 08 December 2020

(I do not understand Hindi written alphabets though I feel comfort and understand listening the same) ~ by the help of google I tried to reach the poem~ yes, the paper dictionary of any language is precious than any digital dictionary; because I observe myself, whenever I get the meaning of any word on digital system after a white I forget the same but if I get through paper made dictionary book then it helps me to memorize perfectly~ I do not know why~

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Rajnish Manga 26 November 2020

प्रिय असीम जी, आपने उक्त विषय पर अपनी सकारात्मक टिप्पणी से मेरी हौसलाअफजाई की है. आपका बहुत बहुत धन्यवाद.

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Rajnish Manga 26 November 2020

उक्त रचना पर आपका कमेंट पढ़ कर आश्चर्य भी हुआ और ख़ुशी भी हुयी. वह इसलिए क्योंकि पूरा कमेंट खुबसूरत हिंदी में लिखा गया है. इसमें एक शब्द भी इंग्लिश का नहीं आया. आपको बहुत बहुत बधाई व धन्यवाद, कुमारमणि जी. आप बहुत अच्छी हिंदी लिखते हैं.

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Kumarmani Mahakul 26 November 2020

यत्नपूर्वक रखाहुया कोई भी चीज काम मे आयेगा ही । इनके वारे ये एक सुंदर कविता है ।मेँ कोई पंक्ति उद्धृत करूँ....शब्दकोश की कीमत जो थी / ब्याज समेत वसूल हो गयी / भारी भरकम पुस्तक मुझको ज्यों जूही का फूल हो गयी.। बहुत बहुत सुकरिया मांगा जी । फाइव स्टार ।

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