नौसेना दिवस के अवसर पर (4 दिसंबर) Hindi Poem by Rajnish Manga

नौसेना दिवस के अवसर पर (4 दिसंबर) Hindi

Rating: 5.0

आज मुझे याद आते हैं
विशाखापत्तनम में बिताये वो दुर्लभ दिन
इंडियन नेवी की वो अविस्मरणीय मेजबानी
ईस्टर्न नेवल कमांड का वो हेडक्वार्टर
जहाँ हुयी थी विलक्षण मुलाक़ात
INS राजपूत जैसे विध्वंसक युद्धपोत से
INS सिन्धुवीर सी पनडुब्बी से
जो समुद्र की गहराई में हफ़्तों हफ़्तों रह सकती है
और समुद्र की लहरों का हाथ थामे नौसैनिक
करते हैं अभिरक्षा समुद्री सीमाओं की
24x7 हर समय बिना रुके और बिना थके

कैसे भूलेगा मुझको वह ड्राई डॉक
जहाँ समय समय पर युद्धपोत
अपनी दक्षता बनाये रखने के लिए
देखभाल व साजसंवार कायम रखने को
रुकते है या आया जाया करते है
वह संस्थान जहाँ कंप्यूटर नियंत्रित
तारपीडो व गाइडेड मिसाइल प्रणालियों से
अधिकारी व कर्मी सारे परिचित होते हैं
और जहाँ नेवी की ताकत घातक
तीक्ष्ण और प्रभावी रहती है

नेवी के सभी संस्थान
भले युद्धपोत के रूप में समुद्र की सतह पर हो
अथवा जमीन पर उन सबमे है एकरूपता
सबके सब हैं INS (यानी इंडियन नेवल शिप)
क्योंकि नौसैनिक कभी नहीं भूलते यह कि
उनका असली घर समुद्र है
कुछ दिन यदि वह स्थल के किसी संस्थान में हों
तो भी यह वे याद रखें कि
समुद्र उन्हें पुकारता और दुलारता है

हमारी नौसेना हमारी समुद्री सीमाओं की
रक्षा को तत्पर रहती है सदा सर्वदा
थल सेना व वायु सेना के साथ नौसेना
सुदृढ़ रखती है सुरक्षा तंत्र हमारा
अजेय है दुर्भेद्य है और परमवीर है

भारतीय नौसेना के इक इक कर्मी को
और अधिकारी को और उनके पौरुष को
हम सब भारतवासी आज
नौसेना दिवस के शुभ अवसर पर
कृतज्ञतापूर्वक याद करते है
इस अवसर पर हम हृदय से यह कहते हैं कि
“हमें आप पर गर्व है”

Friday, December 4, 2015
Topic(s) of this poem: courage,navy,navy day,ocean,ship
POET'S NOTES ABOUT THE POEM
20 years ago, I had visited the Eastern Naval Command Head Quarters at Vizag or Vishakhapatnam as a guest of Indian Navy after I won a Quiz Competition organised jointly by Indian Navy and Doordarshan National.
COMMENTS OF THE POEM
Kashish 01 December 2018

Please give me the poem on Indian navy in hindi

1 0 Reply
Akhtar Jawad 29 September 2016

A nice gratitude, a well penned poem..................................

1 0 Reply
Kumarmani Mahakul 06 December 2015

Coming in memory today this expresses deep emotion. Very amazingly drafted poem shared here.10

1 0 Reply
Rajnish Manga 13 December 2015

Thanks for your appreciative comments on the poem, Kumarmani ji.

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Ratnakar Mandlik 05 December 2015

Enjoyed the commemorative song glorifying Indian Navy, a national pride. Thanks for sharing.

2 0 Reply
Rajnish Manga 13 December 2015

So nice of you to have read the poem and leaving a comment reflecting patriotic fervor. Thanks.

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M Asim Nehal 04 December 2015

“हमें आप पर गर्व है”.....Badiya salute hai hamare jawano ke liye........They live for county and die for it...Tearful truth well expressed Rajnishji...10+++++

2 1 Reply
Rajnish Manga 13 December 2015

Thanks for subscribing your comments which are both appreciative and patriotic.

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