Alas! This Is Not What I Thought Life Was
by Percy Bysshe Shelley
Hindi Translation by Rajnish Manga
अफ़सोस! कभी सोचा न था जीवन यूँ भी होता है
हिंदी भावानुवाद रजनीश मंगा द्वारा
अफ़सोस! कभी सोचा न था जीवन यूँ भी होता है
मैं जानता हूँ कि यहाँ अपराध भी हैं और बुरे लोग भी
कष्ट भी है और नफरत भी, मगर ये मंशा नहीं थी मेरी
कि मैं तकलीफों से बचा रहूँ इस उहापोह से भरी जगह पर
खुद मैंने अपने दिल के अंदर रखे दर्पण में देख लिया था
दूसरे लोगों का हृदय.... और जब
मैं अपने जैसों के बीच गया जिनकी पहचान की चीजे हैं
उनका संयम, सहनशक्ति और उनके दिलों की गर्मजोशी
सहन सदा कर लूँगा मैं सब- तिरस्कार, डर, बैर-भाव
Percy Bysshe Shelley intrigues, the violence of the time, is in stark contrast with, the longed for innocence of his soul.
अफ़सोस! कभी सोचा न था जीवन यूँ भी होता है मैं जानता हूँ कि यहाँ अपराध भी हैं और बुरे लोग भी An insightful poem by Shelley so wonderfully translated by you Rajnish ji. Shades and emotions of life so effectively portrayed with such command in Hindi language. Superb! .....5 Stars
गुरुजी सादर प्रणाम फ़िर से एक बेहतरीन रचना का एक बेहतरीन अनुवाद आभार आपका बहुत -बहुत
A very elegant poem and very beautifully. Translated. Admirations and appreciation.thankysir.
हम कई बार इन्हीं उलझनों से दो चार होते है। जीवन हमेशा अपने रंग दिखाती है कच्चे पके रंगों का गुलदस्ता है ये ज़िन्दगी। खूबसूरत अनुवाद किया है। ज़िन्दगी के इस पहलू से भी तारूफ करवा दिया हमारा। दिल को छू जाने वाली कविता। १०++
अफ़सोस! कभी सोचा न था जीवन यूँ भी होता है मैं जानता हूँ कि यहाँ अपराध भी हैं और बुरे लोग भी कष्ट भी है और नफरत भी, मगर ये मंशा नहीं थी मेरी कि मैं तकलीफों से बचा रहूँ इस उहापोह से भरी जगह पर खुद मैंने अपने दिल के अंदर रखे दर्पण में देख लिया था दूसरे लोगों का हृदय....kya Chamatkar barnan hei Manga ji. Bastab me owe mul rachana ka utkarsha translation hua hei. Thanks to Percy Bysshe Shelley and thanks to you.